(6) वास्तविक भाषा व्यवहार को आधार बनाकर व्यावहारिक हिन्दी संरचना-ध्वनि संरचना, शब्द संरचना तथा पदबंध संरचना-के अनुप्रयोगात्मक पाठों का निर्माण।।
2.
(6) वास्तविक भाषा व्यवहार को आधार बनाकर व्यावहारिक हिन्दी संरचना-ध्वनि संरचना, शब्द संरचना तथा पदबंध संरचना-के अनुप्रयोगात्मक पाठों के निर्माण के क्षेत्र में विद्वानों को कार्य करते समय समस्त सामग्री का निर्माण अभिक्रमित रूप में करना चाहिए तथा शिक्षार्थी के अधिगम की पुष्टि के लिए प्रत्येक बिन्दु पर विभिन्न अभ्यासों की योजना भी होनी चाहिए।
3.
(6) वास्तविक भाषा व्यवहार को आधार बनाकर व्यावहारिक हिन्दी संरचना-ध्वनि संरचना, शब्द संरचना तथा पदबंध संरचना-के अनुप्रयोगात्मक पाठों के निर्माण के क्षेत्र में विद्वानों को कार्य करते समय समस्त सामग्री का निर्माण अभिक्रमित रूप में करना चाहिए तथा शिक्षार्थी के अधिगम की पुष्टि के लिए प्रत्येक बिन्दु पर विभिन्न अभ्यासों की योजना भी होनी चाहिए।